पुकारती जन्मदात्री पुकारती....

Writer - Teesha Mehta This is devoted to mother earth on the occasion of republic day . This piece of art is a combination of individual emotions . Jai Hind!! Vande Matram !!!

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Teesha Mehta
Teesha Mehta 26 Jan, 2020 | 1 min read

पुकारती जन्मदात्री पुकारती......

रंग-रूप , वेशभूषा छोड़ एक होने को पुकारती !!

ज़िन्दगी खोजती चलती सुरो में अपना गीत-संगीत ,

आशाओं के पन्ने पलटती ,

रंगीन यादो में लिखती,

देखती चलती शहीदों की कहानियाँ-कुर्बानियाँ;

खेलते चलते ये यादे, ये वादे अपना खेल ,

मैदान न सही ,

भारत के दिल-दिल्ली से ,

नरेन्द्र मोदी छोड़ते चलते विश्व में -

माई तेरी छाप।

बढ़ चलो साथियों , कदम-कदम रच दो इतिहास नवीन ,

ये देश तुम्हारा , ये देश तुम्हारा न करो भ्रष्टाचार से इसकी हत्या ,

निभाते चलो देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियाँ ,

क्यों इतना दर्द ? क्यों इतना गुस्सा ? एक हैं , एक हैं , एक ही रहेगें हमेशा ।

इस मोड़ तोड़ न देना हमारे वतन के सुर ,

दिल की बस एक आरजू , तराजू में न रखना हमारे देश की तकदीर।

चलते चलो इस जिन्दगी के सफर में ,

लिखते चले जवान माई तेरा ही तेरा ही नाम ।

पुकारती जन्मदात्री पुकारती........

रंग-रूप , वेशभूषा छोड़ एक होने को पुकारती ।

पुकारती.... ।

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Teesha Mehta

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