" अनकहीं बाते "

Teesha Mehta is a 15-year-old writer from Indore, Madhya Pradesh. She loves writing poems and stories about truth, love, inspiration, and drama, in both Hindi and English.

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Teesha Mehta
Teesha Mehta 10 Dec, 2019 | 1 min read

आओ सुनातीं मैं गल्प जिन्दगी की ,

दिल के एक कोने में छिपी बातों को आज मैं बतलाती ।

मैं कहती चलती मेरे लिए तो जिन्दगी ही मेरा दिन आज हैं,

यही जीने का मेरा राज हैं ।।

चेहरे पर मुस्कान हैं , आँखो में नमी नहीं ,

जुबाँ पर कहने को हैं बहुत कुछ , पर कभी लब्जों में बयां नहीं करती ।

खेलती चलती मैं शब्दों से ,

कभी गिरती , कभी उठती खुद ही खुद से लड़ती चलती ।।

पलकें बिछाएँ खुद को खोजती बातों में ,

अरमानों की चादर ओढ़ सोती रातों में ।

बनती चलती खुद की दोस्त जिन्दगी की मुसाफात में ,

खुद से हारना को कहती आफत मैं ।।

बाते हैं कुछ अनकहीं सीं ,

शब्दों के इस मैले में लिखती चलती वहीं कहानियाँ ।

बस शब्दों के इस खेल में खुद को पहचान जाती ,

मैं पागल न जाने क्यों खुद से प्यार कर बैठती ।।

- टिशा मेहता

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Teesha Mehta

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