एक दूजे के लिए (कहानी का आखरी और तीसरा भाग)

साहिल -सिमरन की प्रेम कहानी में खो जाइए और जानिए आखिर नदी की यह दो किनारे क्या एक होते हैं ?क्या होता है आखिर में ?जानने के लिए पढ़िए ईस प्यारी सी कहानी को

Originally published in hi
Reactions 1
587
Teena Suman
Teena Suman 30 Aug, 2020 | 1 min read


कहानी के दूसरे भाग में आपने पढ़ा, कैसे सिमरन और साहिल एक दूसरे से मिलते हैं |दोनों की मुलाकात होती है ,बातों का सिलसिला शुरु होता है ,साहिल, सिमरन के मन में प्यार के बीज कहीं ना कहीं दबे हुए हैं |वह कैसे अंकुरित हुए आगे कहानी में क्या हुआ पढ़िए इस आखिरी भाग में*****

सिमरन ने साहिल के बारे में अपनी फ्रेंड गोरी को बताया ,बाकी किसी को सिमरन और साहिल की बातों के बारे में पता नहीं था ,और वह नहीं चाहती थी दोनों के इस रिश्ते को कोई बदनाम करें |सिर्फ गोरी ही तो थी जिसपे पूरा भरोसा करती है |सिमरन ने साहिल को फोन किया साहिल अमेरिका में था |अपने शूटिंग के सिलसिले में" हेलो साहिल" हाँ सिमरन बोलो -"साहिल में 2 दिन बाद 1 हफ्ते के लिए कश्मीर जा रही हूं "|"कश्मीर अचानक केसे प्रोग्राम बन गया तुम्हारा"- साहिल ने पूछा,|" साहिल तुम जानते हो ना मनीष को ,मैंने बताया था तुम्हें मेरा कॉलेज फ्रेंड" |हां मनीष याद आया |"मनीष एक लड़की से प्यार करता है, पर वह अपने दिल की बात नहीं कह पा रहा इसलिए हम सब फ्रेंड मिलकर कश्मीर जाने का प्रोग्राम बनाया है, साथ ही रितु यही नाम है उस लड़की का जिस से मनीष प्यार करता है |रितु भी हमारे साथ जा रही है ,और वैलेंटाइन डे भी आ रहा है| तो हम सब फ्रेंड ने वहां पर एक पार्टी ऑर्गनाइज की है, और वहीं पर मनीष ,रितु से अपने दिल की बात करेगा| मैं काफी खुश हूं मनीष के लिए यह सब एक सपने जैसा होगा कश्मीर की वादियां|

हाय *कितना रोमांटिक मौसम होगा उस टाइम पर वहां का |कश्मीर जन्नत प्यार करने वाले प्रेमियों के लिए स्वर्ग ""सिमरन अपनी बात कही जा रही थी और साहिल सिर्फ चुपचाप सिमरन की बातें सुन रहा था| साहिल ने एक शब्द भी नहीं कहा "साहिल साहिल कहां खो गए हो तुम बोलो तो सही, मैं इतनी देर से तुम्हें कुछ कह रही हूं मैं कश्मीर जा रही हूं"| साहिल ने बस इतना ही कहा" हां ठीक है !इंजॉय करना"साहिल की बातों में थोड़ी उदासी थी |सिमरन को लगा भी साहिल थोड़ा उदास सा है ,वह पूछना चाह रही थी "अरे! साहिल कुछ "|और तभी साहिल ने कहा"- मेरे सीन का टाइम हो गया है मैं चलता हूं तुमसे बाद में बात करूंगा एंजॉय"|साहिल और सिमरन को बात करते हुए 2 साल हो गए थे, इन 2 सालों में साहिल की आवाज में इतना दर्द इतना अकेलापन इतनी मायूसी सिमरन को कभी नहीं लगी| पता नहीं क्यों ??आज साहिल की आवाज काफी बुझी हुई थी मन से वह उदास था|

2 दिन बाद सिमरन और उसके फ्रेंड कश्मीर के लिए निकल गए |कश्मीर आज पहली बार सिमरन कश्मीर आई थी, सुना तो सिमरन ने काफी था पर आज पहली बार अपनी आंखों से कश्मीर की खूबसूरती को देखा था ,और इस खूबसूरती में इन प्यार भरी हवाओं में पता नहीं क्यों उसका मन उदास हो चला| रह -रह के साहिल की याद आने लगी| साहिल के बारे में सोच रही थी कि साहिल उस दिन इतना उदास क्यों हुआ |उसकी बातों में एक अलग ही मायुसी सी झलक रही थी |मुझसे पूछना चाहिए था मैं कैसी फ्रेंड हु मैंने साहिल से पूछा भी नहीं कि उदास है वह !!!हां माना उसका काम था, वह काम के लिए अमेरिका गया है ,पर फिर भी इतनी दोस्ती तो है हमारी कि मे पूछ सकती हूं कहीं कोई लड़की तो नहीं उसकी जिंदगी में |

कोई प्यार जिसकी वजह से परेशान हो और मुझे ना बता रहा हो ****कोई और लड़की यह सोच-सोचकर सिमरन का मन अंदर से कांप गया !!!!नहीं नहीं नहीं नहीं साहिल कैसे किसी और नहीं मैं वह |'सिमरन ने मन ही मन सोचा नहीं क्या सोच रही हूं ??क्यों नहीं साहिल किसी और लड़की से भी प्यार कर सकता है ??मुझसे आज तक उसने कहा नहीं कि वह मुझे चाहता है फिर मैं क्यों साहिल के सपने देख रही हूं ??नहीं यह सब गलत है |साहिल तो बड़ा स्टार है कितनी लड़कियां उस पर मरती है, नहीं हम सिर्फ अच्छे दोस्त हैं और कुछ नहीं |सिमरन अपने मन को समझाई जा रही थी पर दिल उससे बगावत कर रहा था |सिमरन का दिल यह मानने को तैयार ही नहीं था कि साहिल किसी और से ,नहीं नहीं यह सब मेरा वहम है |कश्मीर की वादियों में बैठी हुई सिमरन पता नहीं क्या-क्या सोच रही थी मन-ही-मन कितने ही ख्याल अपने मन में बुन रही थी |आज कश्मीर आए हुए उसे 4 दिन हो चुके हैं |जबसे सिमरन ने साहिल को कहा है, वह कश्मीर जा रही है उसके बाद हफ्ता भर हो गया साहिल का कोई फोन नहीं आया |एक दो बार सिमरन ने फोन भी लगाया पर साहिल का फोन नहीं लगा |इन्हीं सब बातों को सोच सोचकर सिमरन मन ही मन उदास थी |तभी गोरी की आवाज से सिमरन का ध्यान भंग हुआ-" सिमरन क्या कर रही हो ऐसे क्यों बैठी हुई हो ??क्या हुआ आज शाम के लिए तैयारी नहीं करनी "|तैयारियां किस चीज की सिमरन ने चौकं कहा तो गोरी ने हैरानी से कहा -"सिमरन क्या हुआ तुम्हें ,भूल गई आज वैलेंटाइन डे है ,मनीष और रितु की पार्टी की तैयारी करनी है, क्या हो गया तुम्हें कैसे भूल गई तुम????

हां मनीष,रितु की पार्टी की तैयारी करनी है, सही कहा तुमने सच में मैं भूल ही गई थी कि आज वैलेंटाइन डे है ""|

वैलेंटाइन डे ***सिमरन मन-ही-मन फिर से साहिल की यादों में चली गई |सिमरन को कहीं खोया हुआ देखकर गोरी ने फिर से कहा "-सिमरन क्या हुआ कोई बात है मुझसे कहो कहीं तुम साहिल को लेकर ""गोरी के बात पूरी भी नहीं हुई थी ,तभी सिमरन ने उससे कहा"- क्या कहा तुमने साहिल को लेकर नहीं नहीं मैं तो ,कुछ नहीं सोच रही साहिल को लेकर मैं कहां सोच रही थी वह मुझसे प्यार...."सिमरन ने अपनी बात अधूरी रख दी ,पर गोरी समझ चुकी थी "ओह!! तो यह बात है तुम अपनी फ्रेंड को नहीं बताओगी, तुम साहिल से प्यार करती हो ना देखो बेस्ट फ्रेंड हु तुम्हारी इतना तो जानती हूं तुम्हें बताओ क्या बात है ??"तब सिमरन ने गोरी से कहा ---"आज 6 दिन हो गए साहिल का फोन नहीं आया ना' उसका कोई मैसेज पहले तो हर दिन कोई न कोई बात के लिए फोन करता था ,और अब देखो मन बड़ा परेशान है पता नहीं क्या बात है |

शायद मुझसे कोई गलती हो गई हो पर मैंने ऐसा कुछ कहा नहीं ,हमारे बीच कोई बात हुई नहीं आखिर क्या वजह होगी साहिल की नाराजगी की ??गोरी ने थोड़ा हैरानी से पूछा-" तुम्हें कैसे पता साहिल तुमसे नाराज है या कोई बात हुई है ,कुछ हुआ है तुम दोनों के बीच "|तब सिमरन ने कहा नहीं मैंने सिर्फ साहिल को यह बताया था कि मैं कश्मीर जा रही हूं |मनीषा और रितु की बात भी बताई थी उस वक्त साहिल थोड़ा उदास सा लगा था| मैंने उससे पूछना भी चाहा पर ,वह शूटिंग में व्यस्त था तो बात नहीं हुई| उसके बाद हमारी बात ही नहीं हुई |गोरी ने आगे कहा-" अरे बात नहीं हुई तो तुम्हें कैसे पता कि साहिल तुमसे नाराज है, या कोई बात हुई है या उसकी जिंदगी में कोई और है, तुम कैसे कह सकती हो ??"पता नहीं गोरी पर आज सुबह से मन बड़ा बेचैन है, रह रह कर मन में सिर्फ साहिल के ख्याल आ रहे हैं |शायद तुम सच कह रही हो मुझे साहिल से प्यार हो गया है ,**पर प्यार एक तरफा है या कुछ और पता नहीं, साहिल ने आज तक मुझसे इस बारे में कुछ नहीं कहा ,और तुम तो जानती हो साहिल के लिए मेरे जैसे कितनी ही लड़की होगी जिसके पीछे दीवानी है,नहीं मुझे ऐसा नहीं सोचना चाहिए पता नहीं आगे क्या होगा??" गोरी सिमरन का दर्द समझ चुकी थी गोरी ने कहा -""तो टेंशन क्यों लेती हो ,हो सकता है सही में तुमसे प्यार करता हो सिमरन"| *इतना आसान नहीं है गोरी हो भी सकता है और नहीं भी सिमरन को उदास देखकर गोरी ने उसे खुश करने के लिए कहा "अच्छा ठीक है बेटा टेंशन मत लो सब ठीक हो जाएगा, देखो शाम को पार्टी की तैयारी भी तो करनी है ,और हां तुम्हें डांस भी करना है ,ठीक है चलो अब उठो इतनी रोनी सूरत मत बनाओ ,और हां!!हो सकता है आज साहिल को फोन आजाऐ , तुम्हें वैलेंटाइन डे विश करने के लिए तो ,चलो उठो तैयार हो शाम को पार्टी की तैयारी करनी है चलो फटाफट"|

सिमरन और उसके दोस्तों ने मिलकर शाम को पार्टी की सारी तैयारियां की |मनीष ने सबके सामने घुटनों के बल बैठकर हाथ में गुलाब का फूल लेकर प्रपोज किया |रितु ने उसे हा कहा |पार्टी अपने पूरे चरम पर थी पर!! फिर भी सिमरन का मन पता नहीं कहां था |इतने शोरगुल में भी वह अकेली थी |"गोरी मेरा सिर दर्द हो रहा है मैं रूम में जा रही हूं" कहकर सिमरन अपने रुम में चली आई दीवार की तरफ देखा, घड़ी रात के 11:00 बजने का सिग्नल दे रही थी,| सिमरन बिस्तर पर लेट गई ,जैसे -तैसे उसने सोने की कोशिश की पर!! जेसे नींद तो उसकी आंखों से कहीं कोसों दूर थी, और उसके लाख बुलाने पर भी नहीं आ रही थी| तभी अचानक !!सिमरन का फोन बजा |उसने घड़ी की तरफ देखा 11:30 हो रहे थे इतनी रात में किसका फोन आया ,सिमरन हड़बड़ाहट के साथ बिस्तर पर से उठी फोन को देखा, किसी अननोन नंबर से फोन था |सिमरन ने फोन उठाया *हेलो सिमरन* साहिल की आवाज़ थी |

एक पल को सिमरन जैसे कहीं खो गई ,उसे लगा उसने साहिल की आवाज़ न जाने कितने बरसों बाद सुनी है ,उस एक प्यारी सी आवाज ने जिसे सिमरन के दिल, मन ,,दिमाग में लाखों घंटियां बजा दी हो |सिमरन ने कहा -"साहिल इतने दिनों बाद कैसे "सिमरन का वाक्य अधूरा रहा |उसके पहले ही साहिल ने कहा -"सिमरन अपने रूम में हो "सिमरन ने कहा हां साहिल तब साहिल ने आगे कहा*- क्या तुम 5 मिनट के लिए अपने होटल के बाहर आ सकती हो, मैं यहां तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं ""|सिमरन को एकाएक अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ |उसने बड़ी फुर्ती के साथ दोबारा कहा -"क्या कहा तुमने !!तुम मेरे होटल के बाहर खड़े हुए हो ,पर क्यों क्या हुआ "|

साहिल ने आगे कहा-" तुम एक बार नीचे आओ तो सही तुमसे कुछ कहना है "|सिमरन बड़ी फुर्ती के साथ गेट की तरफ भागी तभी ,उसे ख्याल आया अपने आपको आईने में देखा कितना बेजान सा चेहरा, अस्त-व्यस्त बाल ,कपड़े फटाफट उसने अलमारी खोली ,एक अच्छी सी प्यारी सी ड्रेस पहनी जल्दी से बालों को सही किया और हाथ में लिपस्टिक को लेते हुए ,रूम का गेट बंद करते हुए बाहर सीढ़ियों की तरफ आई| सीढ़ियां उतरते उतरते सिमरन ने अपने आप को तैयार किया |आज सिमरन को पता नहीं क्या हो गया था ,ऐसा लग रहा था जैसे !!उसके पैर सुई की घड़ी से ज्यादा तेज चल रहे हो, उसकी धड़कन जैसे किसी एक्सप्रेस रेल से भी तेज चल रही हो | 5 मिनट में तैयार होकर सिमरन साहिल के सामने थी ,,साहिल होटल के बाहर उस का वेट कर रहा था |साहिल को देखकर सिमरन जैसे एक पल को सब कुछ भूल गई ,फिर !!अपने आप को संभालते हुए ,सिमरन ने साहिल के ऊपर अपने सवालों की बौछार लगा दी -"अरे !तुम यहां कैसे अरे इतनी रात गए तुमने मुझे फोन किया क्या हुआ ??सब ठीक तो है और तुमने मुझे कॉल क्यों नहीं किया ,पता है मैं कितना डर गई थी क्या हुआ ??कुछ तो बोलो ऐसे चुपचाप खड़े हुए हो??" जवाब में साहिल मुस्कुरा दिया सिमरन ने दोबारा कहा" कि खड़े खड़े मुस्कुरा रहे हो बोलो तो सही क्या हुआ ?और इतनी, इतनी रात गए तुम यहां कैसे ?कश्मीर में कैसे तुम तो अमेरिका में थे??" सिमरन एक ही सांस में सब कुछ कह गई ,उसके मन में कितने सवाल थे जिनके जवाब साहिल से चाहती थी | फिर साहिल ने कहा "-सिमरन जब पहली बार मैंने तुम्हें देखा था ,ऑरेंज ड्रेस में खुले हुए बाल कितनी प्यारी लग रही थी , और दूसरी बार मॉल में ब्लू ड्रेस में ,कहना मुश्किल है तुम ऑरेंज ड्रेस में ज्यादा प्यारी लग रही थी या ब्लू ड्रेस में ,तुम्हें पता है जब से मैंने तुम्हें देखा है बस तुम्हें ही ढूंढ रहा हूं ,उस दिन जब तुम पहली बार मेरा ऑटोग्राफ लेने के लिए आई थी |

भीड़ मैं तुम कहीं खो गई थी, पर मेरी निगाहें तुम्हें वहां ढूंढ रही थी |और उस दिन मॉल में भी मेरी निगाहें तुम्हें ढूंढती रह गई और तुम नहीं मिली| फिर जब मानवी तुम्हारी ज्वेलरी के लिए आई तब मुझे तुम्हारे बारे में पता चला |मैं तुमसे मिलने के लिए वहां पहुंच गया |उस दिन मैंने तुम्हारा नंबर अपने लिए लिया था!! मुझे तुमसे बात करनी थी ,तुम्हें जानाना था ,सिमरन जब से तुम्हें देखा है सिर्फ और सिर्फ तुम्हारा ख्याल रहता है ,एक ऐसा दिन नहीं जब मैंने तुम्हें याद नहीं किया, तुम्हारे ख्यालों में अपने आप को कैद नहीं किया हो ,पिछले 2 साल से मैं तुमसे बात कर रहा हूं, हर दिन यह सोचता हूं आज तुमसे अपने दिल की बात कहूं ,आज कहूं पर कह नहीं पाया ,और उस दिन जब तुमने कश्मीर की बात की तो!! फिर मैं अपने ख्यालों में खो गया , जब तुम ने यह कहा कि कश्मीर की प्यारी वादियां प्यार करने वालियों के लिए जन्नत है ,तो मैंने मन में सोच लिया, तुम्हें मैं अपने दिल की बात यहीं पर बताऊंगा ,और तब से जैसे तैसे  4 दिन में मैं अपनी शूटिंग पूरी करके यहां के लिए निकला हूं ,सिमरन मैं तुम्हें अपने दिल की बात बताना चाहता था, |इसीलिए मैं तुमसे मिलने के लिए यहां पर आया हूं ""|साहिल अपने घुटनों के बल बैठ गया ,हाथ में गुलाब का बुके था साहिल ने बुके सिमरन की तरफ बढ़ाया और प्यार से कहा*"" सिमरन I love you I can't live without you Simran*""

सिमरन ने साहिल के हाथों से बुके लिया और कहा-"" साहिल मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूं, पर कभी कह ना सकी"

आज कश्मीर की वादियां ,इन प्यार की दो पंछियों को अपने आगोश में ले रही थी |सच ही कहा है किसी ने कश्मीर प्यार करने वाले पंछियों के लिए जन्नत है ,और आज साहिल और सिमरन को अपना प्यार मिल चुका है |साहिल ने सिमरन को अपनी बाहों में ले लिया, और दूर कहीं कश्मीर की वादियों में आवाज गूंज रही थी **हम बने तुम बने एक दूजे के लिए**

आपको यह कहानी कैसी लगी प्लीज मुझे बताइएगा आप मुझे लाइक और फॉलो भी कर सकते हैं

1 likes

Published By

Teena Suman

teenasuman

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.