Shah طالب अहमद
18 Oct, 2020
झूठा प्यार
लबरेज़ अश्कों का धोखा है वो ,
असलियत में ग़मगीन नहीं।
मेरी ग़ीबत करती है वो ,
पर ज़माने को उसपर यक़ीन नहीं।
लबरेज़ : ऊपर तक भरा हुआ ।
अश्क : आँसू।
ग़ीबत : पीट पीछे बुराई करना।
Paperwiff
by talib
18 Oct, 2020
झूठ , फरेब , प्यार , बीमार
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.