Shah طالب अहमद
10 Oct, 2020
नींद की निंदा
ज़िन्दगी में मौत की तरह ।
नींद का आना भी लाज़मी है।
मगर कमबख्त देर बहुत लगती है ।
इसकी भूख भी कागज़ी है।
कागज़ी : ( रुपया / पैसा ), Powerful paper.
Shah Talib Ahmed
Paperwiff
by talib
10 Oct, 2020
नींद , ख़्वाब , कागज़ी ( रूपया / पैसा ) .
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