Shah طالب अहमद
09 Nov, 2020
शहनाइयाँ
तेरी सारी
किस्से कहानियां ।
अनजानी गुफ़्तुगू ।
अठखेलती अंगड़ाइयां।
वस्ल की रात के मानिन्द। ला मेरे हवाले करदे सारे दर्द तेरे।
तेरे हिस्से में लिख देता हूं में अपनी भी शहनाइयाँ ।
Paperwiff
by talib
09 Nov, 2020
ख़ुशी , रात , ख़याल।
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