Shah طالب अहमद
29 Jul, 2020
नफ़ा मुनाफ़ा
बहुत नाम है तुम्हारा ख़रीद फरोख्त के बाज़ार में ।
क्योंकि तार्रुफ़ नहीं हुआ है तुम्हारा अभी तक प्यार में।
वक़्त ज़ाया करते हो नफ़ा फुनाफ़ा देख सोच विचार में।
हमें उस से बेहतर मिल जाता है , इश्क़ की नज्मों के उपहार में।
Paperwiff
by talib
29 Jul, 2020
Profit & loss theory
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