Shah طالب अहमद
20 Dec, 2020
ममता की क्षमता
मेरी हरारत को भी वो बुखार समझती है।
ज़रा सी आवाज़ तेज़ हो जाये तो वो खार समझती है।
मैं कितनी भी तमीज़ से पेश आऊँ वो सब बेकार समझती हैं।
जब तक उनके रुख़सारो को ना चूमो कहाँ वो प्यार समझती है।
Paperwiff
by talib
20 Dec, 2020
Mom , mum , mummy ,love , parents , happiness
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