जो सब अपने की थी वो सिफ़ारिश नहीं ।
तो फ़िर
कल आज
या कल
अब आपके लिए कोई गुज़ारिश नहीं ।
जब आपके दिल मे गुँजाइश नहीं।
फिर हमें आपका होने की खुवाईश नहीं।
जो सब अपने की थी वो सिफ़ारिश नहीं ।
तो फ़िर
कल आज
या कल
अब आपके लिए कोई गुज़ारिश नहीं ।
जब आपके दिल मे गुँजाइश नहीं।
फिर हमें आपका होने की खुवाईश नहीं।
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