Valentine's special
तुझसे राबता हुआ तो हमसफ़र की तलाश पूरी हुई ।
साँसे
लहू
दाना
पानी
बेशक़ ज़रूरी हैं ।
पर ना जाने क्यों ?
क्या मेरी मज़बूरी हुई ।
Valentine's special poetry
Valentine's special
तुझसे राबता हुआ तो हमसफ़र की तलाश पूरी हुई ।
साँसे
लहू
दाना
पानी
बेशक़ ज़रूरी हैं ।
पर ना जाने क्यों ?
क्या मेरी मज़बूरी हुई ।
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