"सुनिए जी, एक बात कहूँ?
हाँ कहो न |
हमारी शादी की सालगिरह आ रही है कुछ तोहफा माँग सकती हूँ आपसे?"
"हाँ बिल्कुल माँग लो इसमें पूछने की क्या बात है?
बहुत दिनों से सोने के कंगन लेने की सोच रही थी कुछ पैसे मैंने भी बचाये हैं कुछ आप लगा दो |"
दूसरा दिन
" ऑफिस से आ गए आप |
आप फ्रेश हो जाइए और आपको अपना वादा तो याद है न?
हाँ वादा तो बहुत अच्छे से याद है |पर एक बात सोच रहा हूँ |"
" देखो! तुमने वादा किया है पीछे मत हटना, हाँ बताए देती हूँ |
अरे, नहीं नहीं मैं मना कहाँ कर रहा हूँ बस ये कह रहा था कि अगर मैं तुम्हें सोने के कंगन की जगह 'डिजिटल गोल्ड' दिलवा दूँ तो? "
" डिजिटल गोल्ड! अब ये क्या बला है? देखो मुझे बहलाने की कोशिश मत करो |मैं बहुत दिनों से सोने के कंगन की आस लगाए बैठी हूँ |
अरे! तो मैं सोना दिलाने के लिए मना कहाँ कर रहा हूँ |"
अच्छा एक बात बताओ तुम मुझे अपने स्कूल के किस्से" सुनाती हो न जिसमें तुम स्काउट गाइड में हमेशा" जहाँ - डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, वो भारत देश है मेरा" गाना परफॉर्म किया करती थी |
हाँ पर अब इस बात का मेरे सोने के कंगन से क्या लेना- देना
है?"
"अरे, चिढो मत पहले मेरी पूरी बात सुनो और तुम्हीं बताया करती थी कि तुम लोग प्रतिज्ञा लिया करती थी कि हम तन - मन - धन से अपने देश की सेवा करेंगे |
हाँ, पर देखो तुम बात को गोल गोल मत घुमाओ सीधा - सीधा बोलो कहना क्या चाहते हो? "
" सुनो मेरी जान, मैं ये कह रहा था कि क्या एक अच्छा और सच्चा भारतीय नागरिक होने के नाते हमें अपने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद नहीं करनी चाहिए?
उफ्फ! मेरे तो कुछ समझ नहीं आ रहा अब सोने के कंगन देश की अर्थव्यवस्था को कैसे मजबूत कर देंगे |हद हो तुम भी! "
कर सकते हैं मजबूत हम अपने देश की अर्थव्यवस्था को अगर हम ये कंगन के पैसों को "डिजिटल गोल्ड" में निवेश कर दें |
" जानती हो देश की 'जी डी पी' में सिर्फ सोने का 7%का योगदान है |"
अब ये "जीडीपी" क्या होती है?
अरे बाबा जीडीपी "किसी भी देश की अर्थव्यवस्था कितनी सुदृढ़ है इस बात को मापने का एक तरीका है जीडीपी |
" तो क्या इसे बढ़ाने में हमें सहयोग नहीं करना चाहिए! बताओ और आखिर आज के ज़माने में आलमारी में ये सब रखना सुरक्षित भी तो नहीं फिर गोल्ड डिजिटल निवेश से एक पंथ दो काज भी तो होते हैं देश की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी और हमारा पैसा भी वर्चुअल गोल्ड के रूप में सुरक्षित रहेगा क्यों क्या कहती हो? "
" हम्म, अब तो मुझे भी थोड़ा थोड़ा समझ आ रहा है पर ये होगा कैसे ये सब कराने के लिए मैं किसी भी ऑफिस- वोफिस के चक्कर नहीं लगाने वाली|
हाहाहा, अरे कोई चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे तुम्हें ये लो बस एक क्लिक में "जार एप्प डाउनलोड करो और 45 सेकंड में तुम्हारी सेविंग्स शुरू मेरी रानी |
मेरी सेविंग्स भी शुरू और देश की अर्थव्यवस्था को सोने के निवेश द्वारा थोड़ा और मजबूत बनाने में मेरा योगदान भी शुरू |"
सुरभि शर्मा
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