10 साल की रुनझुन लॉकडाउन में अपने मम्मी पापा के साथ शहर से गाँव आयी हुई है |वो अपने दादाजी और दादी की लाडली है घर के बाकी बच्चों से भी उसकी खूब पटती है |चार - पाँच दिन में उसने सबकी दिनचर्या परख ली पर उसे ये देखकर आश्चर्य हुआ कि दादाजी सूरज निकलने के पहले ही उठ जाते हैं और कुछ देर ध्यान योग करके टहलने निकल जाते हैं | रुनझुन ने भी दादाजी के साथ सैर जाने की जिद पकड़ ली और दादाजी ने भी हँसते हुए कहा कि हाँ जरूर चलना मेरे साथ क्योंकि सुबह टहलना सेहत के लिए बहुत अच्छा है और "स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है |"
रुनझुन ने दादाजी से पूछा कि स्वस्थ रहने के और क्या - क्या उपाय हैं? दादाजी ने बताया जैसे कि शुद्ध खाना खाना, जंक - फूड से दूर रहना आदि ये सुन रुनझुन ने पूछा कि,
"ये शुद्ध खाना क्या होता है दादाजी?
दादाजी बोले - जिसमें किसी भी तरह की कोई मिलावट न की गयी हो पेस्टीसाइड्स वगैरह न डाले गए हों |"
ये सुन रुनझुन थोड़ा उदास हो गयी दादाजी ने उससे पूछा, क्या हुआ बेटा? उसने ज़वाब दिया पर दादाजी शहर में तो अब कुछ भी शुद्ध नहीं मिलता, दादाजी ने दुःखी मन से कहा कि बेटा सिर्फ शहर का ही नहीं गाँव की भी अब यही हाल है |
" फिर बोले बेटा तुमने एक चीज़ पर ध्यान दिया हम टूथपेस्ट, साबुन, बालों का तेल शैम्पू, फिनायल से लेकर नमक, तेल, मसाले,दूध बिस्किट, आटा, दलिया आदि जो भी वस्तुएं इस्तेमाल करते हैं उन पर" पतंजलि" लिखा हुआ होता है |
हाँ दादाजी मैंने टूथपेस्ट पर पढ़ा था पतंजलि लिखा हुआ, ये पतंजलि क्या है दादाजी?
दादाजी मुस्कराते हुए बोले बेटा "पतंजलि स्वदेशी की जीत है और हमारी प्रकृति माँ का हम पर आशीर्वाद है जिसने हमारी लुप्त होती हुई आयुर्वेद पद्वति और देशी खान - पान को पूरे विश्व में फिर से एक नयी दिशा दी और लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया इस स्वदेशी ब्रांड की वस्तुओं पर 100% शुद्धता का भरोसा किया जा सकता है|और अपने देश का ही सामान खरीदने पर हमारे देश की आर्थिक व्यवस्था भी सुदृढ़ होती है |"
अब कुछ समझ आया मेरी प्यारी बिटिया को?
हाँ दादाजी समझ आ गया कि अब हमें भी पतंजलि का सामान खरीदना है और दादाजी एक बात और भी समझ आयी बताऊँ?
हाँ जरूर बताओ |
दादाजी "पतंजलि सिर्फ एक ब्रांड ही नहीं ये हमारे देश की शान और स्वाभिमान है" |
है न?
हाँ बेटा कहते हुए दादाजी ने अपनी प्यारी पोती को गोद में उठा लिया |
चित्र - साभार गूगल
सुरभि शर्मा
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