Surabhi sharma
09 Apr, 2024
चिंता
सार्थक चिंता कर्म को जन्म देती है और चिंता से चिन्तन बन जाती है |वहीं निरर्थक चिंता शारीरिक मानसिक, सामाजिक विकारों को जन्म देती है और बेफिजूल कष्टों का कारण बन जाती है |
Paperwiff
by surabhisharma
09 Apr, 2024
#microfablecontest
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