इच्छा

It is about our desires which has the power to make us or to break us It gives us courage It can show us the direction But for all that we have to give our desires a positive direction

Originally published in hi
❤️ 2
💬 2
👁 828
SUMIT S
SUMIT S 04 Jul, 2021 | 0 mins read

हमारी इच्छा हमें बना सकती है

हमारी इच्छा हमें बिगाड़ सकती है

हमारी इच्छा हमें और हमारे निमित से कई जिंदगियां संवार सकती है

हमारी इच्छा हमें और हमारे निमित से कई जिंदगियां बर्बाद भी कर सकती है

इच्छा हमें बाल धैर्य और ठहराव दे सकती है

इच्छा सिर्फ खान पान घूमने फिरने कुछ पाने तक सीमित नहीं होती बल्कि हमारे दिनचर्या के हर काम में होती है

हमारी इच्छा की पूर्ति न होने पे विपरित इच्छा उत्पन्न होती है जो हमसे अनजाने में गलत काम करवाती है

इच्छा जो एक पल में मुस्कुराहट को आंसू में बदल दे और इच्छा जो एक पल में आंसू को मुस्कुराहट में बदल दे

आजकल तो इच्छाओं को बढ़ने से रोकने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते

शांत करने के लिए अपने से बाहर ढूंढने की जरूरत नहीं बल्कि शांत बैठ कर अपने अंदर झांकने की है के हमारी जरूरतें कितनी हैं

क्या हमें वह इच्छाएं पूर्ण होने पर शांति मिलेगी?

नहीं। बल्कि एक नई इच्छा की उत्पत्ति होगी और यह ऐसा ही चलता रहेगा जब तक हम अपनी असल जरूरतें पहचाने ।।























2 likes

Support SUMIT S

Please login to support the author.

Published By

SUMIT S

sumits

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.