जामुनी...!
अधपकी जामुन का रंग "जामुनी "
बहुत गहराई लिए है...।
प्रिय के इंतजार में बैठी प्रियतमा विरह की अनूभूति को जी रही है,लेकिन मिलन की आस है कि जाती नहीं, उसे इंतजार है....कि वो आयेगा , वो बस आने ही वाला है ,क्योंकि उसे भरोसा है कि बेवफा वो हो नही सकता, इसलिए उसके प्रेम में इंतजार है और इंतजार में धैर्य ना कि अधीरता....।
बस यही गहराई , यही गहराई लिये है रंग जामुनी ।
हां, रंग जामुनी है इश्क का....भरोसे का ..धैर्य का और सांसो के चलते रहने के साथ चलती आस का...।
शक्ति का परिचायक लाल रंग और विशालता और स्थायीतत्व लिए नीले रंग के संयोजन से बना रंग जामुनी, गज़ल की रूमानियत समेटे है अपने भीतर , नज्म का सम्मोहन और समेटे है, शायरी का जादू भी जो धीमे नशे सा चढता है..दिल और दिमाग पर।
अध्यात्म में जामुनी रंग का अपना ही हिस्सा है, संवेदनशीलता जो मानव को भावुक बनाती है और वही भावुकता , मानवता की द्मोतक है...ये संवेदनशीलता जगाता है रंग जामुनी...।
साहित्य भी इस रंग से अछूता नहीं है, कविताओं में इसका जिक्र ना हुआ हो ऐसा हो ही नही सकता , एक बानगी देखिए ...!
ओम निश्चल जी की एक कविता से...!
उठ गए डेरे
यहॉं से धूप के
डोलियॉं बरसात की आने लगी हैं।
चल पड़ी हैं फिर हवाएँ कमल-वन से,
घिर गए हैं मेघ नभ पर मनचले,
शरबती मौसम नशीला हो रहा
तप्त तावे-से तपिश के दिन ढले
सुरमई आँचल
गगन ने ढँक लिए
फिर घटाएँ जामुनी छाने लगी हैं।"
ऐसा मदहोश रंग जामुनी इश्क का ही हो सकता है ..समृद्धि भरोसे की और प्रेम की बयां करता हुआ..रंग जामुनी.. ।।
©sonnu Lamba
(रंगो की बात.. सोनू के साथ )
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
खूब चटख है रंग जामुनी, मन रंग दिया आपने
बहुत बहुत धन्यवाद @Archana dear
Wah khub sonu rang gye hum b
थैंक्यू एकता जी
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