प्रेम शाश्वत है..

प्रेम, खोने और पाने से परे, एक बडी भावना है..

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 06 Aug, 2020 | 1 min read
Life Paperwiff Love Relationship Romance


खत की पहली लाइन

जिसमे लिखा था "मेरी तुम"

और आखिरी लाइन में

तुम्हारा मैं........


उन दो लाइनों के बीच 

बिखरा पडा था रिश्ता हमारा

शिकवे, शिकायते, प्यार, मोहब्बत

लेकिन मैं पढ ही नही पा रही थी...

इतना सब.......


मेरी नजरें सिर्फ दो लाइनों पर टिकी थी...

जहां मौजूद थे हम...

एक दूसरे के होके भी जुदा...


वो दो लाइने... दो किनारो सी लगी मुझे

जो कभी मिलते ही नही...


मिल ही नही सकते...

चल सकते हैं, समानांतर बस

और जिंदा रहने को...

बचाए रखते हैं बीच में बहाव...


जिसमें लहरें कभी उधर से उठती हैं

कभी इधर से... और कह जाती है...

हां, साथ हूं मैं अभी भी...

प्रेम शाश्वत है... अनवरत बहेगा

चलते रहना तुम... रूकना नही...।।

©sonnu Lamba

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