दर्दे दिल

जब से दिल की दर्द से पहचान हो गयी..

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 13 Jun, 2020 | 1 min read

जब से दिल की दर्द से पहचान हो गई....

आंखो की नींदे भी मेहमान हो गई !

☺☺

न जाने कहॉ जाके बरसता है बादल..

मेरी हस्ती तो धूप से बेजान हो गई !

☺☺

पलके भी ना रोक पायी आंखो के समन्दर...

यादो की गति जब तूफान हो गई !

☺☺

जिंदा दिखते हैं हम मगर जीते नही...

उदास आंखो से हालत ये बयान हो गई !

☺☺

दिल बसा है क्यूं उसी कूचे मे " सोनू'..

जिसकी दीवारे भी तेरे वजूद से अनजान हो गई!!


😊सोनू.....(sonnu Lamba) 

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Sonnu Lamba

sonnulamba

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Kumar Sandeep · 4 years ago last edited 4 years ago

    वाह

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thanks

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