यूनीक हूं मैं..!

वो अलग है, यूनीक है, समर्थ है, फिर क्यों उसको किसी के जैसा होना...! पढिए महिला दिवस पर मेरे विचार..!

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 08 Mar, 2021 | 1 min read
Unique International women's day Happy Women's Day

यूनीक हूं मैं, 

नहीं होना मुझें पुरूषों जैसी, 

दो विपरीत धुर्वो के बीच कैसी समानता, 

हां, दोनों का होना जरूरी है, 

सृष्टि का अस्तित्व बचानें को, 

मैं... सृजना हूं, 

तो कमतर कैसे..? 

मैं पोषित करती हूं, 

तो कमजोर कैसे..? 

ये अवधारणायें जिसने बनायी हैं, 

जो मुझे दोयम दर्जे का कहती हैं, 

ये सभी अवधारणायें तोड़ती हूं ,मैं..

मेरी शक्ति मुझमें निहित, 

मुझको गर्वित करती हैं, 

यूनीक हूं मैं..! 

नहीं होना मुझे पुरूषों जैसी ,

होना है तो केवल.. 

निर्भीक, और स्वावलंबी, !! 


©®sonnu Lamba

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Sonnu Lamba

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