जब कुछ भी ठीक न हो,
लेकिन कहना पडता हो ,
हां... सब ठीक है..!
तब... मेरे बोल,
मेरे चेहरे पर आते जाते
भावो से मेल नहीं खाते,
आंखें भी चुगली करती हैं,
कि मैनें सच नहीं बोला है,
ऐसा कोई शख्स...
मेरा हाल क्यों नहीं पूछता?
जिसके सामने मैं बता सकूं,
सब ठीक ठीक,
बिल्कुल वैसा ही,
जैसा हो....!
औपचारिकताओं से परे,
या वो समझ ले,
कम कहे को भी,
क्या ऐसा कोई है ,
मेरे आस पास,
जो कह सके... "मैं हूं ना... "
और मुझे महसूस हो,
कि वो वाकई है...।।
✍️सोनू लांबा
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
👍
Thank you
Beautiful❤️
👌👌👌
थैंक्यू दोस्तों
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