उम्मीदें

जब वक्त कठिन हो तो उम्मीद के एक छोर को कस के पकड कर रखना चाहिए..!

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 25 Jul, 2020 | 1 min read
Life Poem Live Hope

 

उम्मीदें धुंधला रही हैं 

मन रह रहकर घबराता है

उसने कहा !


वो देखो नव अंकुर

प्रत्येक बीज, अथाह घुटन

और सन्नाटें को चीर कर ही 

रोशनी की किरण देख पाता है 

मैने कहा !


कहना क्या चाहती हो ? 

यही कि 

घबराहट, संघर्ष, नाउम्मीदी

ये सब भी जीने की निशानियां है !


अब तुमसे कोई कैसे जीते ? 

केवल एक ही तरीका है

मेरी बात मान ली जाए 

मैंंने कहा ! 


फिर वो बहुत देर हंसता रहा

उसने कुछ नहीं कहा !

©®sonnu Lamba


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Sonnu Lamba

sonnulamba

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Neha Srivastava · 4 years ago last edited 4 years ago

    Nice💐💐

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    थैंक्यू @नेहा

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