आग

आग जलाती तो है ही, कैसा हो कि वो सब नकारात्मक चीजें जला दे..!

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 23 Jan, 2021 | 1 min read
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दिसम्बर की कडकडाती सर्दी में,

आग जला रही हूं..

जला दूंगी उसमें...

सब एहसास...

दुख और निराशा के...

कुछ बेतरतीब ख्वाहिशें...

कुछ आंसूओ के किस्से...

कईं बेगैरत सी यादें...।

आग तेज हो गई है...

लाओ फेंक दूं इसमें, 

रूखाई अपनो की...

और ढिठाई अपनी..

हो जाने दो सब स्वाहा...

इस तपिश मे भावनाएं

फिर जी उठेगी...।

अरे नई शुरूआत जो करनी हैं,

जनवरी आने वाली है...

जी भर जीना है अभी..!!

✍सोनू

©®sonnu Lamba

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Sonnu Lamba

sonnulamba

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Sonia Madaan · 3 years ago last edited 3 years ago

    Inspiring one👍

  • Sonnu Lamba · 3 years ago last edited 3 years ago

    थैंक्यू सोनिया

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