रिश्ते..
जी हां ...आज ..रिश्ते समय के धरातल पर बहुत उलझ गये है....जहॉ एक ओर आभासी दुनिया सोशल मिडिया पर अच्छे अच्छे रिश्ते बन रहे है....वहीं वास्तविकता मे रिश्ते अपनी मर्यादा खो गये है ....उनकी खूबसूरती को मानो गृहण लग गया हो....कमियां हर व्यक्ति मे होती है....आदते भी अच्छी बुरी होती है लेकिन अपनी बुराईयांं रिश्तो मे ना ही लाये...उन्हे खुलकर सांस लेने दे.....कितने ही रिश्ते जो बहुत करीबी ओर प्यारे हुआ करते थे ....बेहद गलतफहमी का शिकार है ....इनमे से एक ऱिश्ता है....भाई -भाई का....बंटवारो की भेट चढ जाता है अक्सर ....क्या बचपन का प्यार ईतना कमजोर होता है?.....सोचिए...???
समझिए ??
अगर कोई रिश्ता वेंटीलेटर पर पडा है ...उसे आगे बढ कर प्यार की अॉक्सीजन दीजीए?.आपने अपने किसी रिश्ते को किस तरह संभाला .....अपने अनुभव साझा किजीए..?
मेरी favorite lines जो मै अक्सर लिखती हूं.....आजफिर.....
रिश्ता दिल से दिल के एतबार का....
जिंदा है हमी से नाम प्यार का.....
कि मर के भी किसी को याद आयेंगें...
किसी के आंसूओ मे मुस्कारायेंगें.....
जीना इसी का नाम है.........।।
🌺.......sonnu Lamba .......🌺
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Beautiful lines👌👌
थैंक्यू नेहा
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