सांवरी सी पहाड़ी ने अपने कांधे को..
सफेद रंग के दुपट्टे से ढांप लिया....
और झरना हो गया....।।
धरती ने आगे बढ ,अंजुरी भर पानी लिया...
अपनी प्यास बुझा ली...
और नदी हो गयी....।।
तालाब ने नदी के प्रेम में समर्पित हो...
उसे अंक से लगा लिया...
और समन्दर हो गया...।।
आकाश का एक टुकडा इस जादू को देख..
समन्दर की ओर आकर्षित हुआ..
और बादल हो गया......।।
पेड़ों ने अपने हाथ उठाकर ईश्वर से...
सबकी सलामती की दुआ की..
और बारिश हो गयी......।।
©सोनू लांबा
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Beautiful dear💐💐
Amazing 💖💖
Thanks Neha
Thanks r. Golden ink.
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