मन में जो गहरे छुपा है,
वो मलाल क्या है,
क्या कहती है,
आंखों की नमीं,
क्यों हो जाती है,
फीकी सी हंसी,
लगने लगी है ये ,
दुनिया जो अजनबी ,
ऐसी कोई बात है,
तो वो बात क्या है,
तमाम प्रेरक सूक्तियां,
याद आयें बारी बारी ,
मायूसी कोई मस्तिष्क में,
दर्ज हुई हैं...तो,
आखिर वो क्या है..?
भीतर शोर और बाहर चुप्पी,
ऐसा कोई दौर है,
तो वो दौर क्या है,
चारो ओर बर्फ जमी है,
सुकून जो दे सके
ऐसा कोई सूरज है तो,
वो सूरज कहाँ है,
हर सवाल का जबाब है,
तो फिर मेरे सवालो के जबाब क्या हैं, ।।
©®sonnu Lamba
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Man ke bhitar uthte sawaal. Well penned 💙
वो बेचैनी जो समाई है ज़ेहन में...उसका राज़ क्या है??? बहुत खूबसूरत विचार...
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
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