एक शाम, पेपरविफ के साथ...!

लाइव रिपोर्टिंग मैमोरी से...

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 11 Oct, 2020 | 1 min read
Live Poetry session On the spot Open mic My poetry

शनिवार की शाम, हमेशा की तरह पेपरविफ की वीक एंड एकैटिविटी के नाम थी, "on the spot poetry "

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, वहीं आपको विषय मिलेगा, तभी आपको लिखना है और तभी सुनाना, ऐसी चींजे जितना रोमांच पैदा करती हैं, उतना ही नरवस भी कर देती हैं, 

"नही हो पाया तो. ."

"कोई थोट ही नही आया तो.. "

"फिर इस ख्याल को झटकते क्यों नही आयेगा कुछ तो आयेगा ही... "

खैर हमेशा की तरह लाइव शुरू हुआ, सम्पूर्णा शर्मा ने प्रोग्राम की बागडोर संभाल ही रखी थी, उन्होने मुस्कुराते हुए बताया कि आज का विषय है "शहर.. "

तो हमारे भी चेहरे पर मुस्कुराहट आ गयी ,क्योंकि हमने अपनी पहली कविता इसी शीर्षक से लिखी थी लेकिन वो तो नही सुना सकते ना.. .चिटिंग हो जायेगी, 

खैर हमने लिखना शुरू किया तो दो लाइने लिखी..! 


"शहर की सडके, जब से गांव तक आयी हैं..

तब से गांव पर भी शहर का रंग चढा है..।। "


लिखकर हम आश्वस्त हो गये हमने लिख लिया.. लेकिन जब प्रीति जी और एकता जी ने थोडी बडी और खूबसूरत कविता कही, हम सोच में पड गये, अरे! हमने तो बहुत छोटा लिखा है, तो हमने इस विचार को थोडा ओर विस्तार दिया.. '


और आगे लिखा... "


बात तो ये सुविधाओं की थी कि.. 

सभी गांव शहरो से जोडे जायेंगें.. 

पर कौन जानता था कि... 

शहर की चालाकियां भी चुपके से, 

इन्ही सडको से होते हुए.. 

गांव तक चली आयेंगी..। ।


अब जाकर थोडा चैन आया, और फिर सोचते रहे कि अब लिखा है तो इसे सुना भी दें, ऐसा ना हो कि अपना नम्बर कल पर चला जाये... ."

"और इन्ही इंतजार के पलो में फिर से दो लाइन लिखी ..."


बार बार लौट आता हूँ, दर पर तेरे.. 

रिश्ता पुराना है ,तेरे शहर से मेरा.. "


खैर, जो सोचा वो हुआ, लाइव रिकैवस्ट आ गया और हम बढिया से बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ पर्दे पर दाखिल.. ( म्यूजिक ना सुनायी दे, जिनको भी. .वो ऐज्यूम करें क्योंकि वो हमारे मन में बजा था...) 


और हमने अपनी सभी छोटी छोटी कविताएं हंसते खेलते सुना दी... और इस तरह ये शाम, समपन्न हुई..! 


बाद में हमने वीडियो देखा लाइव का दोबारा तो हैरान रह गये.. ."

इतना कौन हंसता है भई.."

घरवाले देख लें तो बोलेंगें. .कि पूरे दिन में भी इतना नही हंसती हो.. ।

खैर हम तो अब यही कह सकते हैं. .नजर ना लगे इस हंसी को..।। 


©®sonnu Lamba 🌟

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Sonnu Lamba

sonnulamba

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Shubhangani Sharma · 4 years ago last edited 4 years ago

    Mast..Main bhi khuch jyada bolti hun...😁😂

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you shubhangini ji 🌟

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