फौजी भाईयों,
आपके बारे में और आपकी कठिन दिनचर्या के बारे में जितना सोचती हूं, उतना ही श्रद्धा से भर जाती हूं, आज मैं जब सात डिग्री तापमान में ये पत्र लिख रही हूं, तब सियाचीन में ड्यूटी दे रहे जवानों के बारे में सोचती हूं, तो सिंहर जाती हूं, आप लोग एक तरफ माइनस तापमान में अपनी ड्यूटी करते हो दूसरी ओर रेगिस्तान की सीमाओं पर गरमियों में तपते रेत पर पचास डिग्री तापमान में डयूटी देते हो।
सीमाओं पर ऐसी ही विसंगतियां हमेशा रहती है,कुछ लोग कहते हैं कि प्रशिक्षण से सब संभव है, हां, मानती हूं, लेकिन उससे पहले जज्बा होता है, जो करने या मरने को प्रेरित करता है, और कौन सी नौकरी ऐसी है जिसमें पहले ही ये बता दिया जाता हो कि आप जान भी गंवा सकते हैं या आपको हंसते हंसते शहीद भी होना होगा.. ।
यकीन मानिए, मुझे सीमा पर कोई युद्ध या उपद्रव इसलिए अच्छा नही लगता कि उसके बाद तिंरगे में लिपट लिपटकर जो शहीद, गांव, मौहल्ले, शहर तक आते हैं, उनके परिजनों के लिए मन बहुत रोता है, कि कैसे कोई स्वीकार करे कि उसके घर का एक जवान व्यक्ति यूं चला गया..।
ऐसा नही कि सैनिकों की शहादत पर गर्व नही होता, होता है कि वो अपनी जान पर खेल कर भी देश की रक्षा करते हैं और कोई भी बात, कोई भी रिश्ता उन्हें देश से ऊपर नहीं लगता, लेकिन मेरा साधारण स्त्री मन, मां, बहन, पत्नी के मन की कवायद भी करता है।
इसलिए मैं चाहती हूं कि सभी फौजी भाई सुरक्षित रहें और अपनी सेवाओं से अपने जीते जी रिटायर हों, और पारिवारिक जीवन भी जीयें..।
मेरे पिता फौज में थे, लेकिन जब मैने होश संभाला, वे रिटायर हो चुके थे, इसलिए फौज के प्रति लगाव और आदर जन्म से ही हैं, फिर मेरे पापा ने गांव आकर खेती की, और किसान बनकर हमें पाला, एक फौजी कुछ भी बन जाए लेकिन उसके जीवन में अनुशासन का महत्व वही रहता है, जो उसने फौज में सीखा होता है, इसलिए उनसे भी हमने बहुत कुछ जाना, समझा..। आप लोगो कि सुरक्षा और सलामती की कामना के साथ मैं ये पत्र बंद करती हूं,और अभी तक जो फौजी भाई शहीद हुए हैं, उनको नमन करती हूं, इन चार लाइनों के साथ. .!
है नमन उनको कि जो इस देह को अमरत्व देकर
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं..!
है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय
जो धरा पर गिर पड़े और आसमानी हो गये हैं..!
~कुमार विश्वास
अपना ख्याल रखिए....आप बहुत महत्वपूर्ण हैं, राष्ट्र के लिए, हम सबके लिए..!!
बहुत बहुत आदर के साथ आप सभी को प्रणाम..।।
आपकी बहन सोनू 😊
©®sonnu Lamba
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
भावपूर्ण पत्र
Thank you @Kumar sandeep
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