रश्मि क्या हुआ बेटा, मुंह लटका के यहां क्यों बैठी हो अकेली, सब उधर तीज की तैयारी कर रहे हैं, और तुम यहां.. "तू बता क्या पहनेगी कल.. "
अरे.. ये साडी.. "
"ये तो वही है ना... जो तुम्हारी मम्मी ने दी थी पिछली तीज पर.. "
जी मम्मी जी.. ""
ठीक है.. इसे ही पहन लेना तुम.. "
"सोचा तो यही था, लेकिन बडी दीदी और जेठानी जी कह रही हैं इतनी सादी साडी, पहनोगी त्यौहार पर.. "
"ओह तो इसलिए उदास है, मेरी प्यारी बहु.. "
ऐसा है बेटा, सुनो सबकी और कभी तो करो अपने मन की.. "
उनको इस साडी का सादापन दिख रहा है और मुझे इसमें लिपटा तुम्हारी मम्मी का, तुम्हारे लिए प्यार.. "
कोई नहीं थोडी ऐसेसरीज हैवी पहन लो, लेकिन अगर तुम्हारा मन इसे ही पहनने का है तो इसे ही पहनो, मन मत मारो..!!
©®sonnu Lamba
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
भावपूर्ण
Thanks @sandeep
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