केस 1...
डाक्टर साहब ..ओर कब तक दवाईयां खिलायें ..चार साल तो हो गये लगातार..इलाज कराते कराते..""
सागर के पिता ने चिंतित होकर पूछा...'"
मैने आप लोगो को पहले भी कहा था...आप दूसरी थैरेपीज...भी ट्राई किजीए..जो जीवन के प्रति उत्साह पैदा करें इसका...''
अवसाद की बीमारी में ...कईं चीजे एक साथ करनी होती हैं..""
दवाईंयों को जो काम करना है..वो कर चुकी हैं..""
इसको किसी जिम्मेदारी के काम में लगाइये... जीवन में कोई उद्देश्य जरूरी है..""
डाक्टर साहब ..क्या इसकी शादी कर दें''
मां ने चहकते हुए कहा...""
कुछ केसेज में शादी से भी ऐसे मरीजो में बेहद सकारात्मक बदलाव देखें गयें हैं...लेकिन मैं एज ए डॉक्टर आपको ये सलाह कैसे दे सकता हूं...'"
देख लिजीए...अगर आपको कोई लडकी मिलती है तो...""
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केस 2...
सुन रही हो राजू की मां...ये लडका हाथो से निकलता जा रहा हैं....रात भर घर से बाहर रहता है...यारी दोस्ती और नशा...बस...""
ना काम धंधे में ध्यान...ना किसी की फिक्र..""
मैं कहती हूं जी..""
इसकी शादी कर देते हैं...""
क्या बात करती हो..काम वाम कुछ करता नही..""
कौन देगा अपनी बेटी.."'
उसकी फिक्र आप छोडो..""
मैं बात चलवाती हूं...""
लेकिन...""
लेकिन वेकिन कुछ नही जी अब कोई तरीका नही बचा ..इसको सही राह पे लौटाने का ...जब जिम्मेवारी पडेगी ..खुद ही सही लैन पे आ जायेगा..""
हूं...""
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ऊपर के दोनो केसज में लडको की शादियां कर दी गयी...लडकियां मिल गयी...हां ..गरीबो की लडकियां ..बिना दहेज के ब्याह लेना ..उनके ऊपर एहसान ही तो है..।
फिर लडको की सब कमियां निभ जाती हैं..। ये लडके पता नही सही हुए या नही ...लेकिन इनके मां बाप ने अपनी जिम्मेदारी तो समय रहते एक सीधी सरल गुणी लडकी के हवाले कर दी..यही राहत की बात होगी उनके लिए..।
लेकिन उन लडकियों के बारें में कभी किसी ने सोचा जो इनकी पत्नियां बनी...उन्होने क्या क्या सहा और अपनी किस्मत समझकर सब सहा और अगर मायके में बताया भी थोडा बहुत तो ये कहकर चुप करा दिया गया कि तुम्हारी ससुराल में ओर तो कोई कमी है ही नही...भगवान का दिया सब कुछ है..।
कैसे उनके सपने टूटे..?
पति मिला लेकिन उन्हे जीवन साथी कभी मिला ही नही.."
और जीवन का एक बहुत ही अजीब उद्देश्य मिला उनको...एक मानसिक बीमार आदमी को सही करना जबकि उसने कभी कोई डाक्टरी पढी भी नही..।
क्या भारतीय लडकियां डॉक्टर होती हैं...जो हर ओर से निराश मां बाप अपने आवारा..नकारा..नशाखोर ..या डिपरेसिव लडके की शादी जरूर करा देते हैं....अंत में..।।
सोचने की जरूरत है गम्भीरता से...।।
©®sonnu Lamba
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
मैम आपकी हर रचना का अंत एक सीख दे जाती है। यह रचना हमसे व इस समाज से एक गंभीर प्रश्न कर रही है।
बहुत बहुत धन्यवाद संदीप 🌸🌺
Bahootttt khoob Sonuji... Beautifully written!! ❤️❤️
क्या कहूं निःशब्द हु पढ़कर। बहुत ही सत्य और सार्थक पोस्ट लिखी है आपने।
Bahut sahi aur sateek likha sonu👌 sach mein sochne ka vishay h😓
बहुत सही लिखा आपने क्योंकि समाज में ही यह चीजें बहुत हैं जिसकी वजह से कई लड़कियों का जीवन नारकीय हो जाता है
एक बहुत जरूरी विषय को उठाया, और सही विशलेषण किया,👏👏👌
बहुत बहुत धन्यवाद @avanti ji, @shubha, @sam, @Babita @varsha ji..... आप सभी दोस्तों का बहुत बहुत शुक्रिया.. 😍😍🌸🌸
Kadvi sachhai hai yeh toh... Very nice sonnu ji
बहुत बहुत धन्यवाद विनिता जी,
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