मुंह दिखाई...

मुंह दिखाई एक रस्म है, जो शादी के बाद ससुराल में होती है... पढिए प्यारी सी लडकी स्नेहा की कहानी दो भागो में.. ये पहला भाग ...

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 08 Jul, 2020 | 1 min read
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भाग.. एक....

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अपनी विदाई के वक्त स्नेहा फूट फूट कर रो रही थी,अब अपना घर पराया कहलायेगा....मां-पापा रोज नही दिखेगें...बहन - भाई भी ......कैसी रीत है ये.??.

अपनो को पल में पराया कर देती है...और जिनके साथ जा रही है जन्मो- जन्मो के रिश्ते मे बँधकर वे एकदम अजनबी.....!


मन तरह तरह के विचारो से जूझ रहा था और आंखे रह रह कर बरस रही थी...तभी गाडी चल पडी...पापा! अरे पापा तो मिले ही नही...कहां हैं..?

किससे कहे....रूलाई ओर जोरो से फूट पडी...पापा इतने busy हो बेटी की शादी में कि उससे ही नही मिले....तभी गाडी को break लगा...सामने पापा थे....पापा ने सुबकती स्नेहा के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा...रो मत बेटा...खुशी - खुशी अपने जीवन की शुरूआत कर....सरल जी बहुत सुलझे हुए है ..तुझे कोई परेशानी नही होगी....ये कहते कहते उनकी आंखे भर आई...!


गाडी फिर चल पडी......स्नेहा उस अनजान सफर पर चल पडी जो जीवन का अहम पडाव कहलाता है....तरह तरह के ख्याल ख्यालो मे आने लगे...कुछ तो देखा ही होगा पापा ने सरल में जो मेरे लिए चुना....जाने कैसा nature होगा ?

और जीवन के प्रति नजरिया क्या होगा.. .?

कैसे होंगें उसके परिवार के सदस्य....कैसा होगा उसका ससुराल .? जो अब उसका घर है...कैसे बनाऊंगी सबके साथ सामंजस्य.....कुछ भी तो नही जानती मै किसी के बारे में....ओर तो ओर अपने पति सरल के बारे मे भी नही..!


स्नेहा के मन मे विचारो का एक समन्दर बन गया था ..और उसमें उमंगो की लहरे हिलोरे ले रही थी, जो अनजाना है उसे जानने की .....जो अनदेखा है उसे देखने की....जाने कब आंसूओ की जगह नींद ने ले ली.....गाडी रूकने के साथ आंखे ऐसे खुली जैसे सब कुछ देख लेना चाहती हो...पर अभी अंधेरा था इसलिए कुछ भी नही देख पायी...!


क्रमश:.....

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Sonnu Lamba

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  • Kumar Sandeep · 4 years ago last edited 4 years ago

    प्रथम भाग पढ़कर दूसरे भाग की रचना पढ़ने की प्रतीक्षा जागृत हो गई। सुंदर रचना

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत बहुत धन्यवाद संदीप जी, जल्द ही लिखती हूं

  • Varsha Sharma · 4 years ago last edited 4 years ago

    वाह

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thanks varsha ji

  • Sonia Madaan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Vidai k samay aisi hi feelings aati Hain.... bahut khub

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thanks @soniaa

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