आज रक्षाबंधन का पावन पर्व है, और इस बार जिस तरह से पूरा विश्व महामारी की चपेट में है, उसको ध्यान में रखते हुए, बहुत ही सावधानी से इसे मनाया जाना चाहिए... ईश्वर से प्रार्थना है कि सभी भाई बहन खुश रहें और सुरक्षित रहें... और आपस में ये बंधन दिनो दिन मजबूत हो...!
लोकश्रुति हैं कि अशोक वाटिका में रावण के अवांछित निकट आने पर माँ सीता ने रावण के और अपने बीच
एक तिनका रख दिया था और उसे चेतावनी दी थी कि तू यदि इतना ही सामर्थ्यशाली है तो इस तिनके को
पार कर के दिखा. ..!
इस अखण्ड विश्वास का कारण? तिनके को 'भूमिज' कहा जाता है .
(अर्थात जो भूमि की कोख से पैदा हुआ हो)
और माँ सीता का अवतरण भी भूमि से ही हुआ था,
जिसके कारण उन्हें "भूमिजा" भी कहा जाता है. माता सीता ने उस तिनके में अपना सहोदर, भूमि से ही उपजा अपना भाई देखा था ..और वो जानती थीं कि किसी भाई की
उपस्तिथि में किसी भी दुराचारी रावण की इतनी सामर्थ्य नहीं कि उसकी बहन को छू भी सके. .....!
ईश्वर सभी बहनों को भाई के रूप में ऐसा ही भरोसा दे।
रक्षाबंधन की सभी भाई बहनो को ढेर सारी शुभकामनाएं🌺
🌸sonnu Lamba 🌸
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