प्रकृति से सीखिए...

प्रकृति हमें जीने का ढंग सिखाती है..

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 09 Jun, 2020 | 0 mins read

प्रकृति से सीखिए..

कि हर रात के बाद ..

आती है सुबह..

बदलते है मौसम..

सभी...बारी बारी...

उमस के बाद ..

होती हैं बारिशे..

कुहासे में भी फैल जाती हैं ...

सूरज की किरणे...

छिपता है सूरज तो..

आते हैं चांद सितारे..

अंधेरा कभी घना नही होता..

देखना चाहो तो..

आंखे साथ देती ही हैं...

छोटा सा जुगनु भी कहता है..

घबराना कैसा..

थोडा सा खुद जलना है..

राहें साफ दिखेंगी ही..

दिन कभी एक से नही रहते...

वक्त बदला ही करते हैं......।।

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Sonnu Lamba

sonnulamba

Comments

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  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    Please read and leave a comment.

  • Navaneethv · 4 years ago last edited 4 years ago

    Outstanding

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thanks ji

  • Seema sharma Srijita · 3 years ago last edited 3 years ago

    Very true

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