Sonnu Lamba
sonnulamba
मैं एक गृहणी हूं, इंजीनियरिंग में स्नातक और हिंदी से परास्नातक की शिक्षा ली है, साहित्य में रूचि है, पढना और लिखना दोनो पसंद है..!!
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घंटो थारे धोरे बैठे रह,
जाण का ई जी ना कर दा,
ओर खुशी के होवै , के पता,
Paperwiff
by sonnulamba
खडी बोली हरियाणवी प्रभाव में
28 Nov, 2020