एक बार मैंने कहीं पढ़ा था कि किताबें इंसान की सबसे पक्की दोस्त होती हैं। जिसकी यारी किताबों से हो जाए नकारात्मकता, तनाव और अवसाद उसके आसपास कभी नहीं फटकते। ऐसा मैंने सिर्फ़ पढ़ा ही नहीं है बल्कि खुद महसूस भी किया है। किताबें चाहे धर्म आध्यात्म से जुड़ी हो या साहित्य से सदैव आपका मार्गदर्शन ही करती हैं। आपके शब्दकोष को समृद्ध करती हैं और साथ ही साथ एक अलग ही लोक में आपको पहुँचा देती है।
लिखने के साथ साथ मुझे किताबें पढ़ने का भी बहुत शौक है। इंटरनेट के युग में भी किताबों के पन्ने उलट पलट कर पढ़ना एक अलग ही आनंद देता है। वो नई किताब के पन्नो से आती सौंधी सी महक मुझे तो बहुत आकर्षित करती है। लेकिन व्यस्त दिनचर्या के कारण मैं लेखन और अपने पुस्तक पढ़ने के शौक के लिए समय नहीं निकाल पाती थी।
आजकल जब Corona के कारण हम सभी अपने अपने घरों में कैद हैं तो क्यूँ न पुस्तकों से यारी कर ली जाए।
अगर आपके पास अच्छी किताबें उपलब्ध नहीं है तब भी आप पेपरविफफ. कॉम, अमज़ोन किंडल, प्रतिलिपि इत्यादि साइट पर जाकर मनोरंजक और स्तरीय कहानियाँ, और साहित्य का आनंद ले सकते हैं।
अगर कुछ लिखने के शौकीन हैं तो भी इससे बेहतर अवसर आपको नहीं मिलने वाला. अगर किताबों में आपको कोई मदद चाहिए कि कौन सी किताब, या लेखक अच्छा रहेगा तो आप बेशक कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
फिलहाल के लिए इतना ही कल फिर मिलूँगी एक और नये विचार के साथ। तब तक आप घर में रहिए, स्वस्थ और सुरक्षित रहिए। मन को प्रसन्न करने के लिए मेरे लेख पढ़ते रहिये।
सोनिया निशांत
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.