जज़्बात कुछ दिल में दबे हुए
हैं ख्वाब आंखों में सजे हुए,
रूबरू जो उनसे तुम्हें करवाता
काश कोई ऐसा आईना भी आता।
सांसों में तेरा इश्क घुला है
धड़कनों में तेरा नाम मिला है,
रूबरू जो उनसे तुम्हें करवाता
काश कोई ऐसा आईना भी आता।
जीवन तेरी रूहानी यादों से भरा है
मन पर तेरे नज़र-ऐ इनायत का पहरा है,
रूबरू जो उनसे तुम्हें करवाता
काश कोई ऐसा आईना भी आता।
तेरी मुस्कुराहट के रंग जीवंत और उज्जवल
जैसे भोर और सांझ में खिलते हों हर पल,
रूबरू जो उनसे तुम्हें करवाता
काश कोई ऐसा आईना भी आता।
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Beautiful
Thank you 😊
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