तुम मेरी एक कल्पना

मेरी एक कल्पना का हिस्सा ,,तुम

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Vijay Laxmi Rai "सोनिया"
Vijay Laxmi Rai "सोनिया" 25 Apr, 2020 | 1 min read

तुझ में खोना चाहती थी,

और तू खुद में,

मैं तुझे पाना चाहती थी,

लेकिन तुमने मंजूरी ना दी,

क्योंकि मैं सूरज सी,

और तुम चाँद से,

दोनों का मिलन असंभव था,

संग जुदाई भी नामंजूर थी।

मैं तुम्हारी....

सिर्फ़ तुम्हारी...

लेकिन तुम सिर्फ़ और सिर्फ़

मेरी कल्पना में थे समाये।

◆◆विजय लक्ष्मी राय 'सोनिया'

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