सारी बचपन की छूटी हुई चीज़े
तो कर ली , अब क्या...
इण्टर के बाद ,
गर्मियों की छुट्टी में ,
जो भी किया था ,
जितने भी प्रयोग किये थे ,
सब को दोहरा भी लिया ,
सबमें हम पास हैं ,
कछोन्नति कोनो में नाहीं है।
जलेबी😋 बनाने से लेकर ,
समोसे बनाने तक ,
मम्मी की अनुपस्थिति में ,
उनकी सारी काट-पीटकर
सूट सिलने की
नाकामयाब कोशिश🤣 से लेकर ,
लुड्डो खेले तक....🤗।
घर की सफाई से लेकर,
घर सजावे तक😊,
रामायण के ज्ञान से लेकर ,
महाभारत के महासंग्राम तक ,
मोगली के मदमस्ती से लेकर ,
शक्तिमान के चमत्कार तक ,
गाँव के खेत खलिहान घूमै से लेकर ,
गन्ना चुभै और होरहा खाये तक ।
औऱ का बे कोरोना ,
अब कितना जान लेबो ,
चलो ठीक है गुरू अब ,
गुट्टख भी खेलै लेत हैं ,
लेकिन वादा करो कि...
तुम चले जाओगे ,
अब ना सताओगे ,
उ काहें कि अमवा का ,
सिज़न आवै वाला है ,
अगर नहीं गये ना तो ,
तुम गुरू सोच लेना ,
लेना का देना ना पड़ जाएगा।
उ का है ना गुरू ,
हम भारत वाले ,
सबको पछाड़े हैं बहुत बढिय़ा से ,
बस अब तुमहरी ही पारी है ,
तुमही बाकी हव...
समझ लेब अव तुम ..
समझ लेब अव तुम ।
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