बुलंद हौसला

रंग के कारण हौसले को ना पस्त होने दें।

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Shubha Pathak
Shubha Pathak 05 Nov, 2020 | 1 min read
#courage #talent #colourdiscrimination

क्या रंग कभी किसी की योग्यता का मापक हो सकता है? या ऐसा कोई उदाहरण है दुनिया में जो ये साबित कर सके कि केवल वो लोग ही दुनिया में सफल हुए हैं जिनकी त्वचा का रंग से गोरा और साफ है। नहीं ना?

पर फिर भी पता नहीं क्यूं समाज में आज भी ये धारणा है कि साफ रंग ही सुंदरता की निशानी है, खासकर लड़कियों को लेकर। एक उदाहरण से समझते हैं जो आज भी ज़्यादातर समाज के लोगों की सोच है लड़की और उसके रंग के विषय में-

स्कूल में जब छोटी थी, उसके डांस को सब पसंद करते थे, हमेशा वो अव्वल आती पर जैसे जैसे बड़ी होती गई स्टेज पर आने में सकुचाने लगी, वजह? लोगों की उसके सांवले रंग को लेकर छींटाकशी!

धीरे धीरे किताबों से दोस्ती होती गई और पढ़ाई में मन रम गया, शिक्षा के क्षेत्र में अपना नाम रोशन करती रही पर आस पड़ोस के लोगों के साथ साथ घरवालों की भी एक ही सोच थी, इतना दबा रंग है, कैसे इसकी शादी होगी?

बड़ी होकर वो एक सफल डॉक्टर बनी, जहां उसे उसके रंग से नहीं बल्कि योग्यता के कारण पहचान मिली। उसे खुदकी काबिलियत पर भरोसा था, इसीलिए घरवालों के लाख टोकने के बावजूद लड़के वालों के सामने वो मेकअप के पीछे छुपा चेहरा लेकर नहीं बैठी क्यूंकि वो चाहती थी जिससे भी उसकी शादी हो रही है वो उसे उसके सही रंग रूप में देखे और पसंद करे। पर वही हुआ जो अक्सर होता है, सारी अच्छाईयां और सफलता एक तरफ और उसका रंग एक तरफ, और बात नहीं बनी। पर इससे उसके आत्मविश्वास में कोई फर्क नहीं पड़ा बल्कि और मजबूत हो गया क्यूंकि उसका मानना था रिश्ता दिल से बने दिखावे से नहीं।

पर कहते हैं ना हीरे की परख जौहरी ही जानता है, उसीके साथ हॉस्पिटल में कार्यरत एक नौजवान डॉक्टर को वो, उसका स्वभाव, उसकी काबिलियत और उसका सांवला रंग इतना भाया कि घुटनों पर बैठ सबके सामने उससे उसका हाथ मांग लिया और जब प्यार सच्चा हो तो वो स्वीकार हो ही जाता है। आज दोनों प्यार से और हंसी खुशी अपना परिवार और करियर दोनों संभाल रहे हैं और आपसी सहयोग और विश्वास के साथ उसका वो सांवला रंग ही उनके प्यार को मजबूती दे रहा है।

ये एक कहानी है पर कहीं ना कहीं सच्चाई भी। समाज में कुछ लोगों का दृष्टिकोण आज भी वैसा ही है रंग को लेकर पर ज़रूरत है कि उनके आक्षेपों का आपके आत्मविश्वास पर कोई प्रभाव नहीं पड़े क्यूंकि आपकी योग्यता ही आपकी सफलता का मापक है, रंग नहीं। तो बस दुगुने उत्साह के साथ, अपना हौसला बुलंद करके जीवन के हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत को साबित करें और अपने रंग को अपनी ताकत बनाएं, कमज़ोरी नहीं।

समाज में लोगों को भी चाहिए की अपनी धारणा बदलें क्यूंकि असली सुंदरता इंसान के स्वभाव और व्यक्तित्व में होती है रंग में नहीं।

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