हर कदम पर ज़िन्दगी देती है मौका.. जीने के लिए। दर्द देती है सहने के लिए, अश्क़ देती है बहने के लिए, कुछ सुनने के लिए, कुछ नया कहने के लिए। देती है मौका, ज़िन्दगी जीने के लिए।। उठ खड़ा हो तू.. हर बार गिरने के बाद, गिरना नहीं होता हारने के लिए। हर तज़ुर्बे के बाद है ज़िन्दगी, ज़िन्दगी है तब तक.. है सांस जब तक लेने के लिए, है ज़िन्दगी बस जीने के लिए।। दरिया नहीं... सेहरा में भी खिलते हैं फूल, बस हाथ बढ़ाना है, ज़िन्दगी के लिए। जो मिले थाम लो उसे प्यार से, कि ज़िन्दगी है एक मौका, ज़िन्दगी जीने के लिए।। होते हैं लम्हें... बस यूँही बहने के लिए, कुछ नहीं होता यहाँ.. सदा रुकने के लिए। साथ हो ले ज़िन्दगी के.. ज़िन्दगी के लिए। बह जा ज़िन्दगी के साथ, जिस डगर ले जाये तुझे.. कि ज़िन्दगी महज़ नहीं.. शिकायत करने के लिए, ज़िन्दगी तो है बस, जीने के लिए।। हर कदम पर, ज़िन्दगी देती है मौका, खुलकर जीने के लिए।।
ज़िन्दगी एक मौका
ज़िन्दगी है एक मौका, जीने के लिए।
Originally published in hi
Shubhangani Sharma
13 Dec, 2020 | 0 mins read
One life, one chance.
2 likes
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.