गुलाबी सी चूनर ओढ़ कर, यूँ ना तू इतराया कर।। आईने में ख़ुद को देख कर, यूँही ना शरमाया कर।। काम बथेरे पड़ें हैं ए दिल, खुद से ही ना भरमाया कर।। बस यूँही चलते फिरते, मंद मंद मुस्काया कर।। हाँ, तू हिरनी, चपल चकोर सी है, दिन भर तू लहराया कर।। खुशी में तेरी सिमटा है घर, खुश रहकर ही दुख सुलझाया कर।।
तेरी खुशी
एक किस्सा खुशी का...!!!
Originally published in hi
Shubhangani Sharma
18 Jan, 2021 | 0 mins read
Be happy
1 likes
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Beautiful
Please Login or Create a free account to comment.