आ मेरे भाई
जितना स्नेह हो मन में
वो तुझपर मैं वार दूं
आ मेरे भाई मैं तेरी
बलाएँ उतार लूं।।
जो हिस्से का हो मेरे
वो तुझपर न्यौछार दूं
आ मेरे भाई मैं तेरी
बलाएँ उतार लूं ।।
जो दिया एक बार मेरा साथ
तुझे वो हरबार दूं
आ मेरे भाई मैं तेरी
बलाएँ उतार लूं ।।
बोलने दे जिसे जो बोलना हो
चल मैं तुझे थोड़ा और बिगाड़ दूं
आ मेरे भाई मैं तेरी
बलाएँ उतार लूं।।
समाते नहीं तुम और तुम्हारे सपने
बाहों में मेरे
तो आ तेरे लिए थोड़ा सा आसमान उधार लूं
आ मेरे भाई मैं तेरी
बलाएँ उतार लूं।।
पहले की तरह तेरे बालों के जैसे
कुछ बिखरा हो जो तेरे मन में
उसे भी सवार दूं
आ मेरे भाई मैं तेरी
बलाएँ उतार लूं।।
राह तेरी आसान हो
ऐसी दुआएं तुझे हजार दूं
दूर से ही तुझको
जी भर निहार लूं
आ मेरे भाई मैं तेरी
बलाएँ उतार लूं।।
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.