हम जो तेरे मुरीद हुए, अपनी रूह के करीब हुए।। क्या खूब हमारे नसीब हुए, तुम जो हमारे मुर्शीद हुए।। जिंदगी हर वो पल मुकम्मल है, जब तुम उसमें शरीक हुए।। खुशनुमा सी शाम-ओ-सहर लगती है जब से तुम हमारे हबीब हुए।। इश्क जो तुमसे हम कर गए, थे बड़े ग़रीब अब अमीर हुए।।
हम अमीर हुए...
तुमसे जुड़कर हम, हम हुए!!
Originally published in hi
Shubhangani Sharma
19 Jan, 2021 | 1 min read
Right companion can be everything
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Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
👌👌
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