Shubhangani Sharma
Shubhangani Sharma 04 Oct, 2020
गंगा की तरह
ना मैं वस्त्र कोई, जो मैला होने पर त्याग दो, ना हूँ कोई पुष्प, जो मुरझाने पर नकार दो, मैं तो हूँ गंगा की तरह जो सदैव पवित्र थी, और पवित्र ही रहूंगी।।

Paperwiff

by shubhanganisharma

04 Oct, 2020

पवित्रता fight back...

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.