Shubhangani Sharma
Shubhangani Sharma 10 Jul, 2022
झिझक
बहुत सालों बाद हम तीन दोस्त मिलें। दिल में तो बहुत उत्साह था पर एक झिझक भी थी, कि शायद मैं उन जैसी खुशहाल और सफ़ल नहीं। पर मुलाक़ात और लंबी बात के दौरान समझ में आया कि "झिझक" तो बाकी दो में भी थी.... स्वयं के टूटने की। कहीं रिश्ते में कहीं समाज से।

Paperwiff

by shubhanganisharma

10 Jul, 2022

Picture prompt 2

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.