Shubhangani Sharma
16 Feb, 2021
माँ
माँ डांट लगाती छोटे छोटे खर्चों सी,
समझाइश उनकी परीक्षा के पर्चों सी।।
रहती हम में, हम जैसी,
कभी विषम कभी सम जैसी।।
खास हमारे लिए कुछ ऐसे....
जीवन के लिए साँस हो जैसे।।
Paperwiff
by shubhanganisharma
16 Feb, 2021
सबके लिए खास
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.