Shubhangani Sharma
25 Sep, 2020
ज़िन्दगी के एक मोड़ पर
ज़िन्दगी के एक मोड़ पर,
मैं मुड़ी, तो मेरी ज़िंदगी भी मुड़ गयी,
नई उम्मीदों के साथ, मैं खुद से जुड़ गई।
इश्क कर बैठी मैं खुद से एक और बार,
परिंदों के साथ, मैं भी उड़ गई।।
Paperwiff
by shubhanganisharma
25 Sep, 2020
उड़ गई
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