Shubhangani Sharma
23 Sep, 2020
कोशिश करते रहो.....
जब कभी मेरा हौसला टूट जाता है
माँ मुझे तो बस तेरा नाम याद है...
याद है तू किस कदर सुबह से शाम...
शाम से सुबह कर देती है,
फिर भी लड़खड़ा जाऊं मैं,
तो मुस्कुरा कर कहती है.....
शानू !! कोशिश करती रहो, कोशिश करती रहो....
क्योंकि मैं तुम्हारे साथ हूं।।
Paperwiff
by shubhanganisharma
23 Sep, 2020
दिल से.... माँ।।
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