Shubhangani Sharma
27 Nov, 2020
मेरा शहर
इस शहर की सड़कें थोड़ी चौड़ी हो गईं हैं...
सकरी सी गालियां अब कहीं खो गयीं हैं...
वो शहर जहाँ मेरा बचपन खिलखिलाता है...
वो बार बार मुझे अपनी ओर बुलाता है।।
Paperwiff
by shubhanganisharma
27 Nov, 2020
My City
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