तेरे अहसासों से बेवाफ़ाई मैं कर नहीं सकता
मुँह फेरकर मैं तुमसे यूँ दुहाई कर नहीं सकता
हनन तेरे एतबार का मैं कर नहीं सकता
मालूम है मुझे तुझसा प्यार कोई कर नहीं सकता
बीत तो गया है दिन, बिन तुम्हारे पर
इस दिन के हर इक पहलू में भी तेरी मौजूदगी का अहसास है
रात की मदहोशी में भी मुझे सुबह तलक तुम्हारी तरह कोई निहार नहीं सकता
मालूम हैं मुझे तुझसा प्यार कोई कर नही सकता
तेरे रहते मेरी आँखों से आँसू झलक नही सकता
मेरी मुस्कूराहटो का हिस्सा भी तुम्हारे शिवा कोई बन नही सकता
और तुमसे अच्छा हमसफर मुझे मिल नही सकता
और तुमसे ज्यादा प्यार मुझे कोई कर नही सकता
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