Shilpi Goel
31 Aug, 2022
अहम हिस्सा
जिन्दगी का अहम हिस्सा है बदलाव,
ना सुलझने वाला किस्सा है बदलाव।
बदल गए हम-बदल गए तुम,
देखो बदल गए कितने मौसम।
दोपहर को सांझ-सांझ को रात होते देखा।
देखा है हरे-भरे खेत को भी,
फिर उसे बंजर होते देखा।
मैं तो समय हूँ, हर पल बदलता हूँ।
पर स्वंय से भी तेज़,
मैंने लोगों को बदलते देखा।
Paperwiff
by shilpi goel
31 Aug, 2022
बदलाव
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