Shilpi Goel
31 May, 2022
भूख
मासूम सा एक चेहरा भूख से था आकुल,
उसकी भूख ने किसी को ना किया व्याकुल।
किसी ने भी ना दिया एक कौर या निवाला,
छीनने पर मगर सबने उसे चोर बना डाला।
उसकी मासूमियत तब कहीं काम ना आयी,
भूख ने मासूमियत की करवा दी रुसवाई।
Paperwiff
by shilpi goel
31 May, 2022
मासूम
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.